तारों से बाते करते हैं क्या जाने क्या क्या कहते हैं
अंदर अंदर गुट मरते हैं आजाना शर्मा
सीधी साधी दुनिया में ये बोले बच्चपन के मेले में
खुदको ढूंडे फिरते हैं ये आजाना शर्मा
मैली आदे दुगली होती छुपता खुद से ढूंडे खुदको
माने ना खुदके ही कल को आजाना शर्मा
आ जाना
तारों से बाते करते हैं क्या जाने क्या क्या कहते हैं
अंदर अंदर गुट मरते हैं आ जाना शर्मा
सीधी साधी दुनिया में ये बोले बच्च बन के मेले में
खुद को ढूंडे फिरते हैं ये आ जाना शर्मा
मैली आदे दुंदली बटी छुपता उनसे ढूंडे खुद को
माने ना खुद के जीवल को आ जाना शर्मा
के ही सीखा जीने का तरीका मंजूर ना किया तेरा ये सिलीका
क्यो दूर हूं सबसे मैं खास सभी का यूक कलम भी बेचा
उतार कवी का था किन्णों को रुका उतास रवी था
क्यो छुबसा तू रहता उतार कहीं का खुदी को ही पूछे
प्यापारक कवी का शीशे से ही होता सुधार सभी का
बोल दूं क्या जो न जाएनता
खोल दूं क्या अपनी दासता
ये किस तरह से कहूँ मुझे सत्य मिल न पाता
साथ रहना था न मेरे क्या कहूँ
की हूँ मैं प्यार में घुल गया हो
चंद्रमा मैं क्या करूँ न जानू ये
जो अब तक ढूँढ रहा था
जाने वो क्या ही था
क्या ही था मुझे ना पता
मैंने मुस्कुराने की वज़ा
अब ढूँढू खुछे मैं पूछू
बाते बाकी हैं अनकही
लाती है वापस है सरजमी
लगता सब मुझको क्यों अजनभी
जबकी हम बैठे हैं सब यही
जिन्दा दिली है ये खुश नसीब
के साथ से जो चलती तो मैं अमीर
इस पल को मैं आई था
जादू मैं मर लूँ ते चोरी सजा के तराज पर रख लूँ
जो अब तक ढूँढ रहा था
जाने वो क्या ही था
क्या ही था मुझे ना पता
मैं उसकराने की वज़ा अब ढूँढू
खुछे मैं पूछू
फसा गया था मैं तेरे ही जादू में
खोने को सबको जब चीजे थी काबू में लिखा था
खत में ने तेरे ही नाम का
खत में ता लिखा वक्त तेरी उड़ान का
भूल मुझे तेरी तेरी ता जानेदी
आरोव सेवावो करते हैं
क्या जाने क्या क्या करते है
अन्दरी गड़गड मरते
हैं आ जानान या
सीधी सारे दुनिया में ये बोले बच्चपन के मेले में
खुद को ढूंगे फिरते हैं ये आजाना शर्मा
मैली आदे दुंदली होती छुपता खुद से ढूंडे खुद को
माने ना खुद के ही कल को आजाना शर्मा
आजाना
आजाना