मिक्षु वाई जंजन पेमेआके आके बहरावाँ फसल हुधानी बड़ा कहा मा पंदामेहाज मनोना भरो हुधानी में पियाया जाऊं भोरी थंदामेआके लागे थो नाही नोकरी गेधानी काम चले थो मंदामेहाज मनोना भरो हुधानी में पियाया जाऊं भोरी थंदामेविल्कुल दार नही विल्कुल दार नहीहाज मनोना भरो हुधानी में पियाया जाऊं भोरी थंदामेलंडार पीजिंग रिकारडिंग स्टुरियो गड़ा किसके संवादकुछ दिना धानी तू हुँ कार बारा दात गेआये को तस्तुता वहु राजा ही आमे साथ घेअच्छा एजी हमारा से राजा खाली बोला हाँको जूठरीयह बकिना यही भोता जैबो हमारी उठरीहाज मनोना भरो हुधानी में पियाया जाऊं भोरी थंदामेहाज मनोना भरो हुधानी में पियाया जाऊं भोरी थंदामेकैले हाँ पुहाँ बाड़ी चलाऊं सिताला हारीजाऊं भन्ड हाई देखिया तापा ही आउना हारीपेढाले रहिया सूतर बनले रहिया मुझ भाला राजआरे सेहा को राजा सोरा हो सिन राजरंजन पारे मी दिलक्स पारे आये तो जल्दी भूसांडामेहाज मनोना भरो हुधानी में पियाया जाऊं भोरी थंदामे