थोड़ी फुरसत
भी मेरी जाङ्क भी,
बाहों को दीजिये
آج کی رات مزہ حسن کا آنکھوں سے لی جیے
वक्त बर्बात न बिन बात की बातों में कीजिए
आजकी रात मजा हुस्ण का आँखों से लीजिए
जान की कुर्बानी लेले दिलवर जानी
तवाही पक्की है आद तू मैं पानी
लेले दिल्वर जानी तवाही पक्की है आज कुम मैं पानी
טוב mein merni
नाज इतना
मेरी जान
नाज इतना भी नहीं खोखले
बादों पे गीजिये
आज की रात मजा
हुस्ण का आखों से ही जिये
जानकी कुर्बानी लेले दिल्वर जानी
तवाही पक्की है आद कूं मैं पानी