आज के मुलाकाते बस इतनी, कर लेना बाते कल चाही जितनी
अच्छी नहीं होती है जिद इतनी, देखो हमें तुम से है प्रीत कितनी
आज के मुलाकाते बस इतनी
प्यार जो किया हैं जताते हूं क्यूं, बात यसी होटों पे लाते हूं क्यूं
आज के मुलाकाते बस इतनी, कर लेना बाते कल चाही जितनी
अच्छी नहीं होती है जिद इतनी, देखो हमें तुम से है प्रीत कितनी
आज के मुलाकाते बस इतनी
कभी कभी ऐसे भी आया करो, चांद निकले तो घर जाया करो
आएंगे जाएंगे मरजी से हम प्यारी है तो नाज भी उठाया करो
अच्छी नहीं होती है जिद इतनी, देखो हमें तुम से है प्रीत कितनी
आज के मुलाकाते बस इतनी
खेरो मैं दिल को संभालू जरा, पलकों मैं तुम को चुपालू जरा
समझे लावत महापत है क्या, आओ तुमें ये भी समझा दू जरा
अच्छी नहीं होती है जिद इतनी, देखो हमें तुम से है प्रीत कितनी
आज के मुलाकाते बस इतनी, कर लेना बाते तल चाही जितनी
आज के मुलाकाते बस इतनी