बरऊफ जमा कपता खिरि जल की गलबे, नगरिक मनि शङका की भुञ्छबे, शुरेर सरते सतां शरइ, पलभां की मनि मन�
साथा कोनु शचण पम वाला .
अजे प्रोभादे प्रोपातेरो गान सनान शेरे सकाल सनायी .
जाँ जाँ मुशुमी पाखीरी कन्थो घिरे मुने मुन छड़ा सनान शेरे सकाल सनायी .
एक फाली भागनो माटी ते नागोरी मुने दोले शंशाई .
तु शारी तो पपोता खोके शनाली चील पमे गलाई सनान शेरे सकाल शनाइ .
अजी शनधाई गोधुली गाई मरी दंगे मरी दुलो सुगंधी चड़ाई भाँगा पालेर बैठाई .
पसता चले रोभी मुन कदाई सनान शेरे सकाल शनाइ .
आजी प्रोभाते प्रोपाते रोगान सनान शेरे सकाल शनाइ .
झाक झाक मुशुमी पाखीर कंठो घिरे मुने मुन चड़ाई सनान शेरे सकाल शनाइ .
आजी प्रोभाते प्रोपाते रोगान सनान शेरे सकाल शनाइ .