प्रस्तुत्र प्रस्तुत्रस्या जैसे ही चीम से आया पालंग ये खाड़ा पनाया सारी रत किया मुझे सो लड़ाई चिलाई मैं माई माईचिलाई मैं माई माईस्या जैसे ही चीम से आया पालंग ये खाड़ा पनाया सारी रत किया मुझे सो लड़ाईचिलाई मैं माई माईफूल जैसी मेरे जवाने संग किया मन मानेबंद के वाडे खुल के साड़ीकाट लिया खुब च्यानीकर दीदिया वो मुझे पानी पानीकर दीदिया वो मुझे पानी पानीनहीं समझ आँ मेरी परिसानीदिया डर्द का नहीं वो दवाईचिलाई मैं माई माईचिलाई मैं आहें माईलाजे खुलके कहुं मैं कैसे अपने दिल की पतियालाजे खुलके कहुं मैं कैसे अपने दिल की पतियाकिस को काहूं किस को सुनाओं कितना किया दूर गतियामैं कहती रही अब होटीऔर इस देहिया मैं जानी मुरा साटीअब अजोली के दिले ना दुखाई चिलाई में माई माईचिलाई में आहे माईसैना जैसे ही जी मुसे आयासैना जैसे ही जी मुसे आयाबालंग ये अखाड़ अपनायासारी रत किया मुझे से लडाईचिलाई में माई माईसैना जैसे ही जी मुसे आयाबालंग ये अखाड़ अपनायासारी रत किया मुझे से लडाईचिलाई में माई माईचिलाई में माई माईचिलाई मेंमाई माई चला ही मैं आही माई