प्रयमिशात्यो लेकर आ रहे हैं मनोज मौर अलीगर से
प्रयमिशात्यो लेकर आ रहे हैं मनोज मौर अलीगर से
और भाई सत्पाल नादर भन्ना जा ढांचे
तेरी सान पे अरजियों गा
कुछ डग्यां गैले धरीले
मेरे दिल की कही संत तू जी चाहे सो करले
मेरे दिल की कही संत तू जी चाहे सो करले
तेरी सान पे जी आगा
कुछ डग्यां गैले धरीले
मेरे दिल की कही संत तू जी चाहे सो करले
मेरे दिल की कही संत तू जी चाहे सो करले
ये डाटे ते ना डटे धाल मेरे इशक जागर्या तन्ह में
इशक करन की लगी लाल सा काम जागर्या मन में
काम देब ने पागली कर दिया सोती नहीं बदन में
रिशी इशक की आग लागरी मद जोवन के तन में
आग बुजादे पूर्मेन कारी
दूने ने दे छोड़ रिशी कहीं ओट में दूर डे गरेले
जी हाँ करपार सिंग लोहिया डावरा से और विजेम सिंग भाई डावरा से
और विरन सिंग भाई डावरा से तीनों दोस्त
तीनों दोस्त के लिए धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद
जीवन की रितुछाई से और जीवन की रितुछाई से
पकरी में वाली
जीवन की रितुछाई से और जीवन की रितुछाई से
तीनों दोस्त के लिए धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद
जीवन की रितुछाई से और जीवन की रितुछाई से
जीवन की रितुछाई से और जीवन की रितुछाई से
यो पैरी सत्यानासी
तहल करनिया बनू लक्षमी तू स्वामी मैं दासी
सोल है रासी बणिकेने
सोल है रासी बणिकेने दूर सीराजने
दूना खंडित कर कैने तू परली पारो सरेले
रूप हुसन पे मर्या पड़्या
रूप हुसन पे मर्या पड़्या
तू कैसी भूसन
हूळ धड़ी से
बगवां बाना फेक तार कै
हाज रहूर कड़ी से
मन में उठे ही लोर हूर
ना कनसियान लड़ी से
रिशी पाल श्रंगारों में
चंद की जड़ी लड़ी से
रिशी पाल श्रंगारों में
चंद की जड़ी लड़ी से
शक करन की घणियन सेरी शक करन की घणियन से मेरा बान सवरले
मिरगा बन के मिरगा बन के मद जोवन की हरी घासने चरेले
तेरी सान पे दिया गया कुछ डग गया गया निधर ले
मेरे दिल की कही संत तू जी चाहे सो करे ले
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