शाह शाही कर गए, बेजर गदाही कर गए, इश्क का कूचा है इसमें नाम क्या बदनाम क्या।आफत में पता हूँ दिल बुत बुत से लगाकर, इमान दवाकर, बुश्मन से भी कहता हूँ मेरे खब में दोआकर, जब यादे खुदाकर, जब यादे खुदाकर।तूने तो मुझे फूंक दिया, तोजे मुहाबत, ऐ आतशे फुरुकत, ऐ आतशे फुरुकत।बढ़ती ही गई जितना रखा तुझको दवाकर।चीने में छुपाकर, चीने में छुपाकर, आपत में फ़सा हूँ दिल, फुस्बुत से लगाकर, इमान दवाकर।तपदीर तो देखो जिन्हें महदूर।दिल जिन से लगाया, दिल जिन से लगाया, वो चलते हुए जान को एक रोग लगाकर, दिवान बनाकर, दिवान बनाकर।आपत में फ़सा हूँ दिल, फुस्बुत से लगाया।लगाकर, इमान दवाकर।लेहशर का दिन भी है, क्यामत भी वफा है, अब देखता क्या है।तिलमन को हटावा दै दीदारे वफा का।दीदारे वफा का।दीदारे वफा का।