बाबा, बाबा, बाबा
आगया, आगया, सावरी का जनम दिन
आगया, आगया, बाबा का जनम दिन
फूलों से तुझ को बाबा सजा रहा हर दिल
शाम प्यारा तू हमारा हारे का तु है सहारा
तेरा भजन करता रहूं मैं सारा सारा दिन
क्योंकि आ गया आ गया सावरे का जनम दिन
फूलों से तुझ को बाबा सजा रहा हर दिल
इतने चणाऊं तुझे माला चणाऊं तेरा करूं मैं सिंगार ऐसा फ्यारा जी
सुर्मा लगाऊं तेरा मुकटल सजाऊं तेरा करूं मैं दिदार इतना सारा जी
इतना सारा जी क्योंकि आ गया आ गया सावरे का जनम दिन
फूलों से तुझ को बाबा सजा रहा हर दिल
घर को सजाऊं तेरा किरतन कराऊं मैं सब को बुलाऊं हरे शामा जी
भोग बनाऊं हाथों से खिलाऊं गाऊं शामा शामा शामा हरे शामा जी
शाम प्यारा तू हमारा हारे का तू है सहारा तेरा वजन करता रहूं मैं सारा सारा दिन
क्योंकि आ गया आ गया सावरे का जनम दिन फूलों से तुझ को बाबा सजा रहा हर दिल