१ड़ॡ।तु कहें तो बूलूँ अब ये ज़हां मैंख्या करें तु ही तो मेरी वज़ा हैकह भी ना पाँ कैसे बताँ तुझेंजानू ना क्यूं ख़फा है दिल भी बता दे मझेंतु नहीं तो मैं भी नाराजो तु नहीं तो घुद से हूं जुदाना जानू अब तु भी है कहांये दूरिया ना डाइरनिखों मैं वो हर बल तु जहां पेचाहूं ना मैं बिंद तेरे सज़ायेकैसे अब दिल तुझे को बुला देतू ही दिल से मिला ये क्या हो गया हैकह भी नपाऊं कैसे बताऊं तुझेतुझेजानूं ना क्यों ख़फा है दिल भी बता दे मुझेतू नहीं तो मैं भी नाराजो तू नहीं तो ख़फ़ से हूँ जदान चारूं अब तो भी है कहाये दूरिया ये दूरियाये दूरियाये दूरियाये दूरिीानारा नारा नारा नारा