ॐ बेहे मोड दैज्जळ में लताना।।।।
रंसु, रंसु,
रुदैज्जळ में लताना।।।
बेहे मोड दैज्जळ में लताना।।।।
जवर वोदे पिनंग यारा।।।।
जवर वोदे पिनंग यारा।।।।।
तन्हा देख रेहु दाम तरकी माके।।।।
संत भी गुर दैज्जळ में लताना।।।।।
तन्हा देख रेहु दाम तरकी माके।।।।
उस भी हे मोड दैज्जळ में लताना।।।।।
हाश्वाची लाड़े पुदि
खुशाल्यम्।।। सबर मि नूर दैज़ळ में लताना।।।।।
मोड दैज़ळ में लताना।।।।।।। रंसु,
रंसु,
उर्दैज़ळ में लताना।।।।।।।।
गिरानू अवतरणु मि न बाला देड़ी...
این ازم دے پر پرمیش کردید لیکن دیر گران امحترم رور ناسی
رشنا، حلیمیا رشنا، او امر سبری، و عواز دے امین سبری و السلام